Friday, June, 27,2025

करौली में डकैतों ने हथियार डाल शुरू कर दी खेती

करौली: लगभग 15 वर्ष पहले तक प्रदेश के करौली जिले में संपत्ति देवी और उन जैसी अनेक महिलाओं को हमेशा यह आशंका सताती थी कि उनके पति घर वापस लौटेंगे या नहीं।

जलवायु परिवर्तन के कारण वर्षा में कमी के चलते बार-बार पड़ने वाले सूखे ने उनके खेतों को बंजर बना दिया था। जल स्रोत सूख गए और इससे कृषि और पशुपालन प्रभावित हुआ, जो उनकी आजीविका का आधार थे। आजीविका लगभग समाप्त होने और जीवनयापन का कोई दूसरा रास्ता न होने के कारण कई लोग डकैती करने के लिए मजबूर हो गए। पुलिस से बचने के लिए जान जोखिम में डालकर वे जंगलों में छिपकर रहने लगे। सरकारी आंकड़ों के अनुसार करौली की औसत वार्षिक वर्षा 722.1 मिलीमीटर (1951-2000) से घटकर 563.94 मिमी (2001-2011) पर आ गई।

SP ने कहा-स्थिरता लौट रही

करौली के पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय कहते हैं, "पानी के साथ स्थिरता लौट रही है।" समुदाय के प्रयासों से जल संरक्षण के बाद भूजल में सुधार हुआ, जिससे खेती के नए अवसर पैदा हुए।

तरुण भारत संघ का रहा सहयोग

हालांकि, 2010 के दशक में कुछ उल्लेखनीय बदलाव हुआ। डर और निराशा से परेशान हो चुकी महिलाओं ने अपने जीवन में बदलाव लाने का संकल्प लिया। महिलाओं ने अपने पतियों को जंगल से बाहर आने और हथियार छोड़ हल चलाने को राजी किया। उन्होंने साथ मिलकर उन्होंने पुराने, सूख चुके तालाबों को पुनर्जीवित करना तथा नए पोखरों का निर्माण करना शुरू किया। इसके लिए उन्होंने अलवर स्थित 'तरुण भारत संघ' (टीबीएस) नामक गैर सरकारी संगठन की मदद ली, जो 1975 से जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहा है। संपत्ति देवी के पति 58 वर्षीय जगदीश ने हथियार डालकर शांति का रास्ता चुना। जगदीश ने कहा, "मैं अब तक मर चुका होता। पत्नी ने मुझे वापस आकर फिर से खेती शुरू करने के लिए राजी किया।" वर्षों तक दूध बेचकर कमाई गई एक-एक पाई को जोड़कर उन्होंने 2015-16 में अपने गांव आलमपुर के पास एक पहाड़ी की तलहटी में पोखर बनाया। जब बारिश हुई, तो पोखर भर गया और कई सालों में पहली बार उनके परिवार के पास इतना पानी था कि वे लंबे समय तक अपना गुजारा कर सकें। पोखर के तटबंध पर बैठीं संपत्ति देवी कहती हैं, "अब हम सरसों, गेहूं, बाजरा और सब्जियां उगाते हैं।" वह इसे सिंघाड़े की खेती के लिए किराए पर भी देती हैं, जिससे उन्हें हर सीजन में करीब एक लाख रुपए की कमाई होती है। पिछले कुछ सालों में आसपास के वनक्षेत्र में 16 ऐसे पोखर बनाए गए हैं, जिनसे डीजल पंप की सहायता से खेतों की सिंचाई के लिए पानी पहुंचाया जाता है। इस कवायद के बाद करौली ने बदलाव देखा, जो कभी राजस्थान के सबसे ज्यादा डकैत वाले इलाकों में से एक था।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery