Wednesday, August, 27,2025

नाल एयरबेस से भरी आखिरी उडान

नई दिल्ली/बीकानेर: भारतीय वायुसेना में सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले लड़ाकू विमान मिग-21 अब इतिहास बनने की ओर है। बीकानेर के नाल वायुसेना स्टेशन से 18-19 अगस्त को मिग-21 ने अंतिम उड़ान भरी। अगले माह 26 सितंबर को चंडीगढ़ में आयोजित समारोह में इस विमान को औपचारिक रूप से अंतिम विदाई दी जाएगी।

मिग-21 की जगह लेगा तेजस

एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने कहा कि अब समय है नई तकनीक अपनाने का। उन्होंने बताया कि स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान मिग-21 की जगह लेगा। 'तेजस को वास्तव में मिग-21 के प्रतिस्थापन के रूप में डिजाइन किया गया था। यह छोटा और आधुनिक है। इसकी कल्पना मिराज से प्रेरित होकर की गई थी और भविष्य में इसे और विकसित किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि तेजस की 83 यूनिट्स का अनुबंध हो चुका है और आने वाले वर्षों में यह धीरे-धीरे मिग-21 की भूमिका संभालेगा।

पूर्व वायुसेना प्रमुखों से भी जुड़ी यादें

मिग-21 से कई पूर्व वायुसेना प्रमुखों का भी गहरा नाता रहा। 2021 में पूर्व एयर चीफ आरकेएस भदौरिया ने रिटायरमेंट से 15 दिन पहले मिग-21 उडाया। 2019 में बीएस धनोआ ने विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के साथ दो-सीटर मिग-21 उड़ाई थी। धनोआ ने 1999 के करगिल युद्ध में इस विमान से महत्वपूर्ण ऑपरेशन भी किए थे। यह विमान कभी 'फ्लाइंग कॉफिन' भी कहलाया, क्योंकि दुर्घटनाओं में कई पायलट शहीद हुए। इसके बावजूद इसने भारतीय वायु शक्ति को मजबूती दी।

छह दशक का गौरवशाली इतिहास

मिग-21 रूसी मूल का सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है, जिसे 60 से अधिक देशों ने अपनाया। भारत ने 1963 में इसे वायुसेना में शामिल किया। 11 हजार से अधिक विमानों का उत्पादन हुआ, जो इसे विश्व का सबसे अधिक सुपरसोनिक लड़ाकू विमान बनाता है। भारत में मिग-21 ने कई युद्धों में हिस्सा लिया। 1965 के युद्ध से लेकर 1971 के युद्ध तक अहम भूमिका निभाई। 14 दिसंबर, 1971 को इसने ढाका में राज्यपाल भवन पर हमला किया, जिसके बाद पाक ने आत्मसमर्पण किया। 1999 के कारगिल युद्ध में इसने पाक अटलांटिक विमान को मार गिराया। 2019 में बालाकोट हमले के बाद पाक एफ-16 को गिराकर ताकत साबित की।

आखिरी उड़ान के साक्षी बने एयर चीफ

वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए. पी. सिंह ने खुद मिग-21 उड़ाकर इसके शानदार सफर को सलामी दी। उन्होंने 18-19 अगस्त को नाल से इस जेट में एकल उड़ान भरी। उनके लिए यह भावुक क्षण था, क्योंकि 1985 में उन्होंने इसी विमान से अपने कॅरिअर की पहली ऑपरेशनल उड़ान ली थी। सिंह ने कहा, 'मिग-21 1960 के दशक से भारतीय वायुसेना की रीढ़ रहा है। यह तेज, फुर्तीला और सरल डिजाइन वाला विमान था। हर पायलट जिसने इसे उड़ाया है, उसकी यादें जीवनभर संजोए रखेगा।'

विदाई समारोह

फिलहाल नाल एयरबेस पर मिग-21 की दो स्क्वाड्रन बची हैं, जिन्हें अगले महीने हटाया जाएगा। चंडीगढ़ में आयोजित होने वाला विदाई समारोह भारतीय वायुसेना के एक गौरवशाली युग का समापन होगा।

 

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery