Saturday, October, 11,2025

चौथ माता के मंदिर में उमड़ा सुहागिन महिलाओं का सैलाब

सवाई माधोपुर: चौथ का बरवाड़ा स्थित प्रसिद्ध चौथ माता मंदिर में शुक्रवार को करवा चौथ पर महिला श्रद्धालुओं की आस्था उमड़ पड़ी। सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु, विशेषकर सुहागिन महिलाएं, माता के दर्शन और आशीर्वाद के लिए पहुंचीं। इस दौरान एक हजार फीट ऊंची पहाड़ी पर विराजमान माता का दरबार जयकारों से गूंज उठा। यह मंदिर पूरे देश में अपनी मान्यताओं के लिए विख्यात है। मान्यता है कि चौथ माता भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं और कोई भी भक्त उनके दरबार से खाली हाथ नहीं लौटता। संतान प्राप्ति से लेकर सुख-समृद्धि तक, भक्त हर कामना लेकर माता के पास आते हैं। सुहागिन महिलाओं में माता के प्रति विशेष आस्था देखी जाती है, जो उनसे अपने पति की लंबी उम्र और सुहाग की रक्षा की कामना करती हैं। ज्योतिषियों के अनुसार इस वर्ष करवा चौथ पर 200 वर्षों बाद शिव वास और सिद्ध योग का दुर्लभ संयोग बना है। यह योग अखंड सौभाग्य, वैवाहिक जीवन में खुशियां और पति-पत्नी के रिश्तों को मजबूत करने वाला माना जाता है।

ट्रस्ट संभालता है मंदिर प्रबंधन

भक्तों की सुविधा के लिए करीब एक हजार फीट लंबे पहाड़ी मार्ग को वैष्णो देवी मंदिर की तर्ज पर छायादार बनाया गया है। मंदिर परिसर में स्वच्छता और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है, जहां सीसीटीवी कैमरों और सुरक्षा गाडों की निगरानी लगातार बनी रहती है। करवा चौथ के अवसर पर मंदिर में सुहागिन महिलाओं का तांता लगा रहा, जहां उन्होंने माता से अपने परिवार की सुख-शांति की कामना की। वहीं कन्याओं ने माता से अच्छा वर मांगा। मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था। हालांकि, मंदिर में अधिक भीड़ होने के कारण श्रद्धालुओं को दर्शन करने में काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा।

करवा चौथ का महत्व

हिंदी महीनों की प्रत्येक चतुर्थी को यहां भक्तों का जमावड़ा लगता है, लेकिन करवा चौथ के दिन तो आस्था का सैलाब उमड़ पड़ता है। इस दिन महिलाएं व्रत रखकर माता के दर्शन करती है और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत से उनके पति की आयु लंबी होती है। मंदिर के पुजारी शंकर लाल सैनी के अनुसार इस मंदिर की स्थापना 1451 में तत्कालीन शासक भीमसिंह ने की थी। मंदिर के इतिहास में राठौड़ और बूंदी राजघराने का भी विशेष योगदान रहा है, जिन्होंने माता को अपनी कुलदेवी के रूप में पूजा। एक लोककथा के अनुसार माता ने सती होने जा रही एक महिला के पति को जीवनदान दिया था, जिसके बाद से ही करवा चौथ व्रत की शुरुआत हुई।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery