Tuesday, August, 12,2025

भ्रष्टाचार की आरोपी रिटायर्ड IAS की पेंशन रोकी, एक्शन से एक दर्जन अफसरों में बढ़ी चिंता

जयपुर: प्रदेश की भजनलाल शर्मा सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में 'जीरो टोलरेंस' दिखाते हुए एक असाधारण कदम उठाया है। रिटायर्ड आईएएस निर्मला मीणा की पेंशन रोकने की कार्रवाई की है। निर्मला अक्टूबर 2024 में रिटायर हो चुकी हैं। जानकारों का कहना है कि हाल के वर्षों में किसी भ्रष्ट आईएएस के खिलाफ ऐसी कठोर कार्रवाई पहली बार की गई है। इस कदम से भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के दायरे में आए एक दर्जन से अधिक सेवानिवृत्त अधिकारियों में चिंता पैदा हो गई है। जानकारों के अनुसार, किसी अफसर की पेंशन रोक देना प्रशासनिक स्तर का कठोरतम दंड माना जाता है।

गौरतलब है कि 2017 में भ्रष्टाचार के आरोप में पकड़ी गई निर्मला मीणा के खिलाफ एसीबी ने वर्ष 2018 में ही चार्जशीट पेश कर दी थी और सरकार से अभियोजन स्वीकृति मांगी थी, लेकिन पिछले 8 वर्षों से यह फाइल ठंडे बस्ते में पड़ी थी। न तो वसुंधरा राजे की भाजपा सरकार ने और ना ही अशोक गहलोत की कांग्रेस सरकार ने एक भ्रष्ट आईएएस के खिलाफ कार्रवाई की नीयत दिखाई। भजनलाल सरकार ने इस मामले में नेकनीयती और साहस दिखाते हुए न केवल पिछले माह ही एसीबी को कोर्ट में चालान पेश करने की मंजूरी दी बल्कि अब इसी सप्ताह असाधारण कदम उठाते हुए भ्रष्ट आईएएस की पेंशन रोक देने का भी फैसला लिया।

गौरतलब है कि अभियोजन के लिए सीआरपीसी की धारा 197 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 19 के तहत अनुमोदन जरूरी है। सामान्यतः अनुमोदन तीन महीने के भीतर दिया जाना चाहिए। गंभीर कदाचार के आधार पर पेंशन रोकी जा सकती है, बशर्ते यूपीएससी से परामर्श किया जाए। निर्मला मीणा के मामले में भजनलाल सरकार ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर पेंशन रोक देने की सिफारिश की है। भारत सरकार का डीओपीटी इस मामले में अंतिम स्वीकृति के लिए यूपीएससी से कंसल्ट करेगा। प्रमोटी आईएएस निर्मला मीणा (2007 बैच) की सर्विस हिस्ट्री बहुत रोचक है।
यह महिला अफसर अपनी 35 साल की सरकारी नौकरी में 30 वर्ष केवल जोधपुर में पोस्टेड रहीं। इस दौरान 4 बार जोधपुर की डीएसओ बनीं। खास बात तो यह है कि आईएएस में प्रमोट हो जाने के बाद भी इस कुर्सी से उसका मोह नहीं छूटा। डीएसओ की कुर्सी पर बैठकर पैसे का हुनर उसे आ गया था। लेकिन इसी मोह के चलते वह अक्टूबर 2017 में एसीबी के हत्थे चढ़ गई। आठ करोड़ रुपए से भी ज्यादा के राशन गेहूं घोटाले में एसीबी ने निर्मला को अभियुक्त बनाया था। 33 हजार क्विंटल गेहूं बीपीएल परिवारों को राशन दुकानों के जरिए देने की बजाय उसे प्राइवेट फ्लोर मिल को बेच दिया गया था।

एसीबी की गिरफ्तारी से तब निर्मला कई दिन तक बचती रही थीं, लेकिन जब सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी अग्रिम जमानत खारिज कर दी तो आखिर निर्मला को सरेंडर करना पड़ा था। इसके बाद वह कई महीने जेल में रही थीं। इसी दौरान जोधपुर पुलिस ने उसका आर्म्स लाइसेंस भी रद्द कर 12 बोर की बंदूक थाने में जमा करवाई थी। जानकारों के अनुसार, राज्य के प्रशासनिक इतिहास में एक महिला आईएएस की यह अपनी तरह की पहली और अनूठी कहानी है।

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अफसरों का 'डंपिंग यार्ड'

कार्मिक विभाग के अधीन आने वाला विभागीय जांच का महकमा अब भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अफसरों का 'डंपिंग यार्ड' बन गया है। इस विभाग में वर्तमान में 5 आईएएस कमिश्नर पद पर और एक आरएएस एडिशनल कमिश्नर के पद पर कार्यरत हैं। महत्वपूर्ण व गंभीर बात यह है कि ये सभी 6 अफसर खुद जांच के घेरे में हैं। आईएएस अफसर हैं- राजेंद्र विजय, अनिल कुमार अग्रवाल, हिम्मत सिंह बारहठ, रामअवतार मीणा और हनुमान मल ढाका। आरएएस अफसर है- आभा जैन। जानकारों का कहना है कि यह स्थिति पहली बार ही बनी है। पूर्ववर्ती सरकारों में विभागीय जांच में उन अफसरों को लगाया जाता रहा है जिन्हें नई सरकार ने आते ही हाशिये पर धकेला था। उदाहरण के तौर पर निरंजन आर्य और प्रवीण गुप्ता। यह फिर सरकार किन्हीं कारणों से उस अफसर से नाराज हो गई हो, उदाहरण के तौर पर यशवंत बी. प्रीतम या मोहन लाल यादव। यह सही है कि पूर्व में भी विभागीय जांच में अधिकांश मामलों में अफसरों को हाशिये पर धकेलने की गरज से ही लगाया जाता था लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे अफसरों के लिए विभागीय जांच को 'डंपिंग यार्ड' बनाना किसी भी दृष्टि से न्याय संगत या तर्कसंगत नहीं है।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery