Sunday, October, 05,2025

तहसीलदारों पर कार्रवाई से पहले रेवेन्यू बोर्ड को लेनी होगी मंत्री से मंजूरी

जयपुर: राजस्व मंत्री हेमंत मीणा का एक आदेश प्रशासनिक हलकों में चर्चा का विषय बना हुआ है। आदेश के अनुसार रेवेन्यू बोर्ड अब तहसीलदारों के खिलाफ सीधे तौर पर कोई भी कार्रवाई नहीं कर सकेगा। उनके खिलाफ की जाने वाली किसी भी कार्रवाई से पहले राजस्व मंत्री की स्वीकृति लेनी पड़ेगी। आदेश के बाद तहसीलदारों के खिलाफ होने वाली 16 सीसीए, 17 सीसीए और निलंबन से संबंधित दी जाने वाली चार्जशीट रेवेन्यू बोर्ड के स्तर पर जारी नहीं की जा सकेगी। मंत्री के अप्रूवल के बाद ही कोई भी अनुशासनात्मक कार्रवाई संभव होगी।

राज-काज के जानकारों का स्पष्ट मानना है कि मंत्री का आदेश न केवल अव्यवहारिक है बल्कि इलीगल (अवैध) भी है। रेवेन्यू बोर्ड के इतिहास में मंत्री का ऐसा आदेश पहली बार ही सामने आया है। दरअसल, रेवेन्यू बोर्ड इंडिपेंडेंट बॉडी है और उसके दिन-प्रतिदिन के कामकाज में न तो मंत्री का और ना ही रेवेन्यू डिपार्टमेंट का दखल होता है।

तहसीलदारों की अपाइंटिंग अथॉरिटी रेवेन्यू बोर्ड ही है और सरकार के आरएसआर रूल्स तथा सीसीए रूल्स में अपॉइंटिंग अथॉरिटी ही उस सरकारी कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की एकमात्र और अंतिम अथारिटी होती है। ऐसे में रेवेन्यू बोर्ड के अधीन कार्यरत-तहसीलदार, नायब तहसीलदार अथवा पटवारियों के खिलाफ किसी भी कार्रवाई के अधिकार चेयरमैन रेवेन्यू बोर्ड को कानूनन प्राप्त हैं। इसमें मंत्री अथवा सरकार के दखल की कोई गुंजाइश नहीं है।

पूर्व में तहसीलदारों के तबादलों के सारे अधिकार भी चेयरमैन के पास हुआ करते थे, लेकिन वर्ष 2006 में जब एसीएस परमेश चंद्र बोर्ड के चेयरमैन थे, तो उन्होंने तब के राजस्व मंत्री की भेजी तबादला सूची को मानने से मना कर दिया था। मामला तब खूब चर्चित हुआ था। उसके बाद से मुख्यमंत्री और उच्च स्तर के दखल से तबादला सूची सीधे मंत्री के यहां से नहीं बल्कि राजस्व विभाग द्वारा ऑफिशयल भेजी जाने लगी है। वर्ष 2022 में बोर्ड के तत्कालीन चेयरमैन राजेश्वर सिंह ने रेवेन्यू मंत्री हरीश चौधरी के कुछ तहसीलदारों के ट्रासफर रद्द कर देने के आदेश नहीं माने थे।

जानकारों के अनुसार, हेमंत मीणा का ताजा ऑर्डर प्रशासनिक आदेश है और रेवेन्यू बोर्ड इसे मानने के लिए बाध्यकारी नहीं है। इसके लिए आरएसआर रूल्स में सरकार के स्तर पर बदलाव होना जरूरी है और यह लंबी प्रक्रिया है।

बोर्ड के लंबे समय तक चेयरमैन रहे एसीएस रैंक के एक सीनियर आईएएस का कहना है कि "बोर्ड में दो हजार के लगभग तहसीलदार सेवा के अधिकारी कार्यरत हैं। इनके काम पर सुपरविजन, मॉनिटरिंग और कंट्रोल चेयरमैन के हाथ में है। मंत्री के दखल से सारा सिस्टम ही तहस-नहस हो जाएगा। चेयरमैन उस स्थिति में 'टीथलैस' हो जाएगा।"

पूरे देश में कुल 7 राज्यों में रेवेन्यू बोर्ड स्थापित हैं। सभी जगह एसीएस ही वहां के बोर्ड के चेयरमैन हैं। राजस्थान में लेकिन पहली बार 1997 बैच के प्रमुख सचिव स्तर के आईएएस को चेयरमैन बनाया गया है। ऐसे में मौजूदा चेयरमैन पहले ही अपेक्षाकृत कमजोर हैं। मंत्री का नया ऑर्डर उसे और कमजोर कर देगा। जरूरत तो इस बात की है कि किसी एसीएस सीनियरिटी के आईएएस को चेयरमैन बनाया जाए।

गृह विभाग की कमान भी संभाल रहे हैं अभय कुमार

अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार इन दिनों गृह विभाग की भी कमान संभाल रहे हैं। आनंद कुमार 30 जून तक विदेश यात्रा पर छुट्टी पर गए हैं। वैसे अभय कुमार स्वयं भी अगस्त 2020 से अक्टूबर 2022 तक गृह विभाग के मुखिया रह चुके हैं। इस नाते उन्हें गृह विभाग के काम-काज का पर्याप्त अनुभव है। गौरतलब है कि वर्तमान में अभय कुमार 'वंदे गंगा' अभियान में पूरी तरह व्यस्त है। वे मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के साथ अभियान के सिलसिले में निरंतर दौरे कर रहे हैं।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery