Wednesday, November, 26,2025

1,629 'हिस्ट्रीशीटर' घोषित... बैंकों से लिया पैसा हजम

जयपुर: देश के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 1,629 कर्जदारों को जानबूझकर कर्ज न चुकाने वाला 'विलफुल डिफॉल्टर' घोषित किया है। ये वे उधारकर्ता हैं। जिनके ऊपर 31 मार्च 2025 तक कुल 1.62 लाख करोड़ से अधिक राशि का बकाया है, लेकिन फिर भी वे कर्ज चुकाने से बचते रहे हैं। वित्त मंत्रालय द्वारा संसद में जानकारी के अनुसार इन डिफॉल्टर्स के नाम अब क्रेडिट सूचना कंपनियों जैसे CIBIL, एक्सपीरियन, इक्विफैक्स और CRIF हाई मार्क की वेबसाइटों पर सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराए जा रहे हैं, ताकि दूसरे बैंक इनसे बच सकें।

कौन होता है इरादतन चूककर्ता ?

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, "इरादतन चूककर्ता" वे उधारकर्ता होते हैं, जिनके पास भुगतान करने की क्षमता होती है लेकिन वे जानबूझकर ऋण नहीं चुकाते। यानी, यह केवल वित्तीय कमजोरी का मामला नहीं, बल्कि नीयत की कमी का संकेत होता है।

9 डिफॉल्टर्स को घोषित किया भगोड़ा आर्थिक अपराधी

देश में ही नहीं, विदेश भाग चुके 9 कर्जदारों को भगोड़ा आर्थिक अपराधी अधिनियम, 2018 (FEOA) के तहत भगोड़ा घोषित किया गया है। इन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पीएमएलए (PMLA) के तहत लगभग ₹15,298.27 करोड़ और एफईओए (FEOA) के तहत ₹749.87 करोड़ की संपत्तियां जब्त की हैं। यही नहीं, नो आरोपियों को पीएमएलए के तहत दोषी भी ठहराया जा चुका है।

विदेशी बैंकों से साझा की जाएगी सूची

वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने संसद में जानकारी दी कि विदेशी उधारकर्ताओं को छोड़कर, विलफुल डिफॉल्टर्स की सूची को मासिक रूप से अपडेट किया जाता है। 30 जुलाई 2024 तक की जानकारी के अनुसार, इन डिफॉल्टर्स के विवरण भारत में काम कर रहे विदेशी बैंकों की शाखाओं को भी साझा किए जाएंगे, जब तक कि संबंधित देशों के कानून इस पर रोक न लगाएं।

सरकार और बैंकों का सख्त रुख

बैंक अब ऐसे डिफॉल्टर्स के खिलाफ बेहद सख्त रुख अपना रहे हैं। उन्हें किसी भी प्रकार की अतिरिक्त ऋण सुविधा नहीं दी जाती, साथ ही ऐसी इकाइयों को 5 वर्षों तक नए उद्यम शुरू करने से रोक दिया जाता है। जिन कंपनियों के निदेशक विलफुल डिफॉल्टर होते हैं, उन्हें पूंजी बाजार से फंड जुटाने की अनुमति नहीं होती। किसी भी संस्था से जुड़े विलफुल डिफॉल्टर को किसी भी प्रकार की ऋण सुविधा देने पर भी रोक लगाई है। यह सख्ती न केवल बैंकों के पैसे की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी, बल्कि ईमानदार करदाताओं के विश्वास को भी मजबूत बनाएगी।

₹12,08,828 करोड़ 10 साल में बट्टे खाते

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों (पीएसबी) ने वित्तीय वर्ष 2015-16 से लेकर वित्तीय वर्ष 2024-25 (अनंतिम आंकड़ा) तक कुल 12,08,828 करोड़ रुपए की ऋण राशि को बट्टे खाते में डाला है। इसमें सबसे अधिक राशि भारतीय स्टेट बैंक और पंजाब नेशनल बैंक की है।

 

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery