Tuesday, November, 04,2025

अफसरों के ट्रांसफर को लेकर कमिश्नर व मेयर आमने-सामने

जयपुर: नगर निगम ग्रेटर जयपुर में बोर्ड का कार्यकाल समाप्ति की कगार पर है, लेकिन महापौर और अफसरों सहित अन्य सहयोगी पार्षदों के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ दिनों पहले कार्य समिति की बैठक में प्रस्तावों को लेकर असमंजस की स्थिति बनी थी। पार्षदों का कहना है कि सफाई, सीवर, लाइट आदि से संबंधित विषयों को लेकर कोई बातचीत नहीं हो पाती है।

अब ग्रेटर निगम कमिश्नर डॉ. गौरव सैनी और महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर के बीच ट्रांसफर आदेशों को लेकर टकराव सामने आया है। नतीजा यह है कि निगम के अधिकारी असमंजस में हैं और उन्हें समझ नहीं आ रहा कि वे कमिश्नर के आदेश मानें या महापौर की मौखिक रोक का पालन करें। बीते दिनों में ग्रेटर कमिश्नर डॉ. गौरव सैनी ने 24 सितंबर और 1 अक्टूबर को दो आदेश जारी किए। इसमें 5 इंजीनियर और 3 उपायुक्त स्तर के अफसरों के कार्य क्षेत्र का आवंटन करते हुए उनका ट्रांसफर कर दिया गया।

आदेश के मुताबिक पंकज कुमार मीना को अधिशासी अभियंता, झोटवाड़ा जोन लगाया गया। वहीं जीतराम जाट को अधिशासी अभियंता प्रोजेक्ट प्रथम मुख्यालय, अशोक कुमार शर्मा उपायुक्त राजस्व द्वितीय और आयोजना द्वितीय, डॉ. नीलम मीना उपायुक्त पशु प्रबंधन शाखा, उमंग राजवंशी अधिशासी अभियंता का हिंगोनिया गोशाला का अतिरिक्त चार्ज, अनिल कुमार बैरवा कनिष्ठ अभियंता मालवीय नगर जोन निर्माण शाखा, रामकेश मीना कनिष्ठ अभियंता मालवीय नगर जोन भवन शाखा और मानव रील को कनिष्ठ सहायक विद्याधर नगर जोन में लगाया गया।

वहीं, मेयर ने इन आदेशों को न सिर्फ खारिज किया बल्कि ट्रांसफर हुए कर्मचारियों को पुरानी पोस्टिंग पर लौटने को भी कहा। विशेष बात यह है कि यह विवाद उस समय सामने आया जब बोर्ड का कार्यकाल एक महीने से भी कम बचा है और प्रशासनिक कार्यों की निरंतरता सबसे अहम मानी जाती है। ऐसे समय में सवाल यह उठता है कि क्या इस तरह के टकराव होने चाहिए।

कर्मचारियों के लिए उलझन की स्थिति

कमिश्नर द्वारा ट्रांसफर किए गए अधिकारी जब अपने नए कार्यस्थल पर पहुंचे तो मेयर ने उन्हें मीटिंग से ही बाहर कर दिया। इस घटना के बाद मेयर डॉ. सौम्या गुर्जर ने एक ऑफिस ऑर्डर निकालकर कमिश्नर को इन दोनों ट्रांसफर ऑर्डर को निरस्त करने के निर्देश दिए। इस टकराव के चलते निगम के कामकाज पर असर पड़ रहा है।

प्रशासनिक प्रक्रिया बनाम राजनीतिक दखल

मेयर के अनुसार कार्य आवंटन से पहले उनका अनुमोदन आवश्यक था, जो नहीं लिया गया। वहीं, कमिश्नर ने प्रशासनिक अधिकारों के तहत आदेश जारी किए हैं। अब सवाल यह उठता है कि निगम में प्रशासनिक निर्णयों पर अंतिम निर्णय किसका होना चाहिए, निर्वाचित महापौर का या नियुक्त अधिकारी का? इस मामले पर नगर निगम ग्रेटर की मेयर से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। जबकि नगर निगम ग्रेटर के आयुक्त डॉ. गौरव सैनी का कहना है कि किसी तरह का विवाद नहीं है।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery