Friday, August, 15,2025

जीवित स्वतंत्रता सेनानियों की संख्या पर केंद्र व राज्य के आंकड़े भिन्न

जयपुर: देश को आजाद हुए 78 माल हो गए हैं। इस दौरान कई बार सरकारें बदलीं, लेकिन आज भी आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लोहा लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों को सटीक संख्या सरकारों के पास नहीं है। आज तक न तो केंद्र और ना ही राज्यों ने वास्तविक संख्या तय करने के लिए एक साइस और अद्यतन डेटा तैयार किया है। राजस्थान इसका एक बड़ा उदाहरण है। राज्य सरकार के आधिकारिक रिकॉर्ड में जीवित स्वतंत्रता सेनानियों की संख्या मात्र 9 है, जबकि केंद्र सरकार के रिकॉर्ड में यह संख्या 106 है।

जब इस अंतर के बारे में प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग से पूछा गया तो उनका जवाब था 'हमारा डेटा सही है, केंद्र
का अपडेट नहीं।' केंद्र सरकार के पास स्वतंत्रता सेनानियों का आधिकारिक आंकड़ा 15 अगस्त 1972 को शुरू की गई 'स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सम्मान योजना' के तहत तैयार किया गया था। यह डेटा आजादी के 25 साल बाद इक्ट्ठा
किया गया और उसके आधार पर पेंशन दी जाने लगी। इस योजना के मुताबिक अब तक देशभर में 1,71,689 स्वतंत्रता सेनानियों ने पेंशन प्राप्त की है। राज्य सरकारें भी स्वतंत्रता सेनानियों को अलग से पेंशन देती हैं, लेकिन केंद्र और
राज्यों का डेटा कभी मिलाकर तैयार नहीं किया गया। हालांकि, दोनों के पात्रता नियम लगभग समान हैं। अंग्रेजों के खिलाफ लड़े 40 प्रमुख अआंदोलनों में भाग लेने वाले सेनानी इस पेंशन के हकदार माने जाते हैं।

केंद्र और राज्य के दावे अलग-अलग

केंद्र के अनुसार 1972 में राजस्थान में 814 स्वतंत्रता सेनानी पेंशन ले रहे थे। मौजूदा समय में यहां 106 जीवित सेनानियों को केंद्र से पेंशन मिल रही है। इसके अलावा 101 स्वतंत्रता सेनानियों की पत्नी या पति को भी केंद्र पेंशन दे रहा है। वहीं, राजस्थान सरकार के आंकड़ों में इस श्रेणी के पेंशनधारकों की संख्या 192 है। राज्य सरकार के अनुसार, वर्तमान में सिर्फ 9 जीवित सेनानी उनके रिकॉर्ड में दर्ज हैं, जो केंद्र के 106 के आंकड़े से काफी कम है।

डेटा अपडेट न होने की समस्या

विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्र और राज्यों के बीच डेटा का समन्वय न होने और नियमित अपडेट ना करने से यह अंतर बना हुआ है। कई मामलों में राज्य सरकार के रिकॉर्ड में वे लोग दर्ज नहीं होते जो केवल केंद्र की योजना से पेंशन ले रहे हैं। केंद्र और राज्य के आंकड़ों की यह स्थिति न केवल प्रशासनिक भ्रम पैदा करती है, बल्कि यह भी दशांती है कि स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का सही और सम्मानजनक दस्तावेजीकरण अब भी अधूरा है।

देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों का ब्योरा

केंद्र के पेंशनधारी सूची में नेताजी सुभाषचंद्र बोस की आजाद हिंद सेना के 22,472 सिपाही भी शामिल है। सबसे अधिक स्वतंत्रता सेनानी बिहार-झारखंड में 24,909, पश्चिम बंगाल में 22,523, उत्तर प्रदेश में 18,004 और महाराष्ट्र में 17,974 हैं। वर्तमान में पूरे देश में 22,990 स्वतंत्रता सेनानी और उनके परिवारजन केंद्र से पेंशन ले रहे हैं। इनमें जीवित स्वतंत्रता सेनानियी के साथ-साथ उनके आश्रित भी शामिल हैं।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery