Saturday, April, 05,2025

भारत कई अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ को कर सकता है कम

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जवाबी शुल्क की चेतावनी से वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है। इसके साथ, भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते की व्यापक रूपरेखा के तहत चुनौती का सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने पर विचार कर रहा है। वहीं, जानकारों का यह भी कहना है कि राष्ट्रपति ट्रंप की यह घोषणा अमेरिका के लिए महंगी साबित हो सकती है। टैरिफ का बोझ आखिरकार आयातकों और उपभोक्ताओं पर ही पड़ता है। ऐसे में टैरिफ बढ़ने से अमेरिका में महंगाई बढ़ेगी और लोगों की खरीदने की ताकत कम होगी। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय अधिकारी पारस्परिक शुल्क से बचने के लिए कारों और रसायनों सहित कई तरह के आयातों पर शुल्क कम करने के तरीके तलाश रहे हैं। नई दिल्ली में अधिकारी ऑटोमोबाइल, कुछ कृषि उत्पादों, रसायनों, महत्वपूर्ण फार्मास्यूटिकल्स, साथ ही कुछ चिकित्सा उपकरणों और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए शुल्क कम करने पर चर्चा कर रहे हैं।

ज्ञात रहे कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर अधिक शुल्क लगाने के लिए यूरोपीय संघ, चीन और कनाडा के साथ-साथ भारत का भी उल्लेख किया है। हालांकि भारत ने ट्रंप के इस कदम की संभावना को देखते हुए पूर्व में ही ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए थे जिसमें कुछ अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क घटना भी शामिल हैं। इसके साथ ही भारत ने संभावित स्थिति से निपटने के लिए अमेरिका के साथ वार्ता के द्वार खोल दिए हैं। भारत को उम्मीद है कि शुल्क के मुद्दे पर पारस्परिक रूप से लाभप्रद परिणाम सामने आएगा। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि भारत, ट्रंप प्रशासन के साथ व्यापार परिदृश्य को आगे बढ़ाने पर विचार कर रहा है। भारत को ऐसी उम्मीद है कि वह ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए जा रहे जवाबी शुल्क से बच सकता है।

भारत-अमेरिकी व्यापार बढ़ाने का फैसला

दोनों पक्ष इस साल के अंत तक एक वृहद व्यापार समझौते पर बातचीत करने और व्यापार घाटे को कम करने के साथ 2030 तक सालाना व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित करने पर सहमत हुए।

कुछ अमेरिकी उत्पादों पर कम किया शुल्क

भारत ने वित्त वर्ष 2025-26 के बजट में बॉर्बन व्हिस्की, वाइन और इलेक्ट्रॉनिक वाहन (ईवी) पर शुल्क कम करने की घोषणा की।

क्या है अमेरिकी रुख

अमेरिका, भारत के साथ लगभग 45 अरब डॉलर के व्यापार घाटे को कम करने के लिए अधिक अमेरिकी तेल, गैस और सैन्य उत्पाद खरीदने के लिए भी दबाव डाल रहा है।

190 अरब डॉलर है दोनों देशों में व्यापार

वर्ष 2023 के लिए वस्तुओं और सेवाओं में कुल द्विपक्षीय व्यापार 190 अरब डॉलर रहा और इसके साथ अमेरिका, भारत का सबसे बड़ा व्यापार भागीदार था। वित्त वर्ष 2023-24 में, अमेरिका 4.99 अरब डॉलर के पूंजी प्रवाह के साथ भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत था।

भारत को यूं हो सकता है फायदा

नए बाजारों की तलाशः अगर अमेरिका में भारतीय सामानों पर टैरिफ बढ़ता है, तो निर्यात के लिए नए बाजार ढूंढने का मौका मिलेगा। यूरोप, अफ्रीका और दक्षिण-पूर्व एशियाई देशा में भारत टेक्सटाइल, दवाइयां और इलेक्ट्रॉनिक्स को बढ़ावा दे सकता है। घरेलू उत्पादन को बढ़ावा : अमेरिकी बाजार में भारतीय सामान महंगे होने से भारत अपने उत्पादों को घरेलू बाजार में सस्ते दामों पर बेच सकता है। इससे छोटे और मझोले उद्योगों को फायदा हो सकता है। साथ ही, 'मेक इन इंडिया' को भी बल मिलेगा।    चीन से मुकाबले का मौकाः ट्रंप ने चीन पर भी टैरिफ लगाया है। ऐसे में अमेरिकी कंपनियां जो पहले चीन से सामान मंगवाती थीं, वे अब भारत की ओर देख सकती हैं।

भारी पड़ सकता है अमेरिका को ये फैसला

दवाइयां हो सकती हैं महंगी : जानकारों का कहना है कि अमेरिका में कई जरूरी चीजें, जैसे कपड़े, दवाइयां, और इलेक्ट्रॉनिक सामान, भारत से सस्ते में आते हैं। अगर इन पर टैरिफ बढ़ेगा, तो उनकी कीमतें भी बढ़ेंगी। इसका सीधा असर अमेरिकी लोगों की जेब पर पड़ेगा। मिसाल के तौर पर, भारत से आने वाली सस्ती जेनेरिक दवाओं पर टैरिफ बढ़ने से दवा कंपनियों को ज्यादा
कीमत वसूलनी पड़ेगी, जिसका बोझ आम अमेरिकी नागरिकों पर जाएगा।

कई कंपनियों की बढ़ सकती है मुश्किल:  कई अमेरिकी कंपनियां, जैसे ऐपल, भारत में स्मार्टफोन बनवाती है और फिर उन्हें अमेरिका में बेचती है। अगर भारत से आने वाले सामानों पर टैरिफ बढ़ेगा, तो इन कंपनियों की लागत बढ़ जाएगी। इससे या तो उन्हें नुकसान होगा या फिर वे कीमतें बढ़ाएंगी, जो अमेरिकी ग्राहकों की जेब पर भारी पड़ेगा।

भारत भी कर सकता है जवाबी कार्रवाई: अगर अमेरिका भारत पर टैरिफ बढ़ाता है, तो भारत भी जवाबी कार्रवाई कर सकता है और अमेरिकी सामानों पर टैरिफ बढ़ा सकता है। अभी भारत अमेरिका से कच्चा तेल, मशीनरी और बादाम जैसी चीजें खरीदता है। अगर इन पर टैरिफ बढ़ा, तो अमेरिकी कंपनियों का भारत में बाजार कम हो सकता है। इससे अमेरिका का व्यापार घाटा और बढ़ सकता है।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery