Tuesday, November, 25,2025

सिंधी समाज के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में गूंजा 'जिए सिंध, जिए हिंद'

नई दिल्ली/ जयपुर: नई दिल्ली के विज्ञान भवन में विश्व सिंधी हिंदू फाउंडेशन ऑफ एसोसिएशन द्वारा 'सशक्त समाज, समृद्ध भारत' विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला थे, दूसरे सत्र में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शिरकत की। सम्मेलन में भारत सहित 35 देशों के सिंधी प्रतिनिधि शामिल हुए।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष व फाउंडेशन के संरक्षक वासुदेव देवनानी ने समाज से आह्वान किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में सिंधी समाज अपना भरपूर योगदान दे। उन्होंने डिजिटल युग में सिंधु संस्कृति, भाषा और विरासत को संजोने के लिए 'डिजिटल सिंधी हेरिटेज प्रोजेक्ट' बनाने पर जोर दिया। देवनानी ने कहा कि देश के कुल इनकम टैक्स में सिंधी समाज का योगदान 24% है, जो आधुनिक भारत के निर्माण में उनकी भूमिका को रेखांकित करता है। उन्होंने सिंधी भाषा की 52 अक्षरों वाली समृद्ध लिपि और सिंधु सभ्यता को विश्व की प्राचीनतम सभ्यताओं में शामिल बताया।

नई पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ने की अपील

सम्मेलन में राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष व फाउंडेशन के संरक्षक वासुदेव देवनानी ने कहा कि विभाजन की त्रासदी में सब कुछ छोड़कर भारत आए सिंधियों ने पुरुषार्थ से फिर खड़े होने का उदाहरण दिया और आज परमार्थ की राह पर अग्रसर हैं। प्रधानमंत्री द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित करने पर आभार जताते हुए देवनानी ने युवाओं से घरों में सिंधी भाषा बोलने और नई पीढ़ी को सस्कृति से जोड़ने की अपील की। देवनानी ने अपने शिक्षा मंत्री कार्यकाल में राजस्थान में सिंधु शोध पीठ स्थापित करवाने और दाहिरसेन, हेमू कालानी, संत कंवरराम आदि की जीवनियां पाठ्यक्रम में शामिल कराने का उल्लेख किया। इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने दिल्ली में सिंधु भवन बनाने की मांग उठाई।

सिंधी समाज ने राष्ट्र निर्माण को दी नई दिशाः बिरला

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सिंधी समाज ने अपनी उद्यमशीलता, सेवा-भावना और अदम्य पुरुषार्थ से न केवल चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में नई शुरुआत की, बल्कि देश की आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक शक्ति को भी नई दिशा दी है। बिरला ने कहा कि विविधता में एकता, संगठन, शिक्षा और आत्मनिर्भरता ऐसे चार स्तंभ हैं, जिनसे समाज सशक्त बनता है और समर्थ भारत की आधारशिला रखी जाती है। उन्होंने 'वसुधैव कुटुम्बकम' की भारतीय सांस्कृतिक भावना और समुदायों के बीच सहयोग की परंपरा को 2047 के विकसित भारत के संकल्प में महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा, दान और उद्यमों के माध्यम से सिंधी समाज द्वारा किया गया कार्य समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का सशक्त उदाहरण है।

  Share on

Related News

Connect With Us

visit e-papers
Epaper

आज का राशिफल

image

मेष

रुके काम बनेंगे, नौकरीपेशा और व्यापारियों के लिए शुभ।

image

वृष

आर्थिक स्थितियां बेहतर होने के साथ धनलाभ होगा।

image

मिथुन

गुरु शुभ फल देंगे, शत्रु पराजित होंगे

image

कर्क

मिलाजुला असर रहेगा, अतिरिक्त परिश्रम के साथ नौकरी पेशा को दिक्कतें आ सकती है।

image

सिंह

कार्यक्षेत्र में मान-सम्मान के साथ मकान,वाहन सुख मिलेगा।

image

कन्या

कामकाज के अवसरों में वृद्धि, भाग्य का साथ मिलेगा।

image

तुला

धन की रुकावटें दूर होंगी, लाभ के अवसर बढ़ेंगे, धर्म में रुचि बढ़ेगी।

image

वृश्चिक

आर्थिक स्थिति सुधरेगी, व्यापार में निवेश संबंधी फैसले की आजादी मिलेगी।

image

धनु

लाभ में वृद्धि होगी, कोई बड़ी डील हाथ लग सकती है।

image

मकर

सुखद पलों की प्राप्ति होगी। फिजूल के खर्चे बढ़ेंगे, सुख सुविधाओं में इजाफा होगा।

image

कुंभ

धनलाभ के अवसरों में वृद्धि के साथ अपनी योजनाओं पर काम करते रहे।

image

मीन

संभलकर रहे, जल्दबाजी नहीं दिखाए। कानूनी वाद-विवादों से बचे।

Gallery