जयपुर: प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होते ही गर्मी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। पश्चिमी राजस्थान में तापमान एक बार फिर 45 डिग्री के पार पहुंच गया है और आगामी दिनों में इसमें और वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। हर साल बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन की गंभीर होती स्थिति को देखते हुए अब मरुस्थलीय क्षेत्रों में एक विशेष क्लाइमेट रिसर्च सेंटर स्थापित करने की तैयारी की जा रही है।
इस दिशा में बुधवार को विशेषज्ञों की महत्वपूर्ण बैठक होगी। इसमें देशभर के वैज्ञानिक, संस्थाएं और नीति-निर्माता भाग लेंगे। उधर प्रदेश में गर्मी के तेवर और तीखे हो गए। मंगलवार को प्रदेश का औसत तापमान करीब 1.2 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया। राज्य के 17 जिलों में तापमान 40 डिग्री के पार दर्ज किया गया, जिसमें सबसे ज्यादा गर्मी बाड़मेर में रही, जहां पारा 45.5 डिग्री तक पहुंच गया।
जैसलमेर में 45, फलोदी में 44.4 और चितौड़गढ़ में 43.1 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया। अजमेर, भीलवाड़ा, कोटा, उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर, चूरू, गंगानगर, नागौर, डूंगरपुर, जालौर और सिरोही आदि जिलों में भी तापमान 40 डिग्री से ऊपर दर्ज किया गया। राजधानी जयपुर में मंगलवार को पारा 38.4 डिग्री रहा।
जलवायु परिवर्तन पर मंथन आज
राजस्थान के थार मरुस्थल क्षेत्र में जलवायु और मौसम संबंधी चुनौतियों और उनके समाधान को लेकर बुधवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में एकदिवसीय ब्रेनस्टॉर्मिग मीट का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर, आईएमडी, पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय, बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ साइंटिफिक रिसर्च, जयपुर की और से किया जाएगा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम में शीर्ष वैज्ञानिक, प्रशासक और हितधारक वर्तमान मौसम संबंधी प्रथाओं, अवलोकन संबंधी बुनियादी ढांचे, जलवायु परिवर्तन, शुष्क और अर्थ-शुष्क क्षेत्रों के लिए विशिष्ट सतत विकास रणनीतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए सभी विशेषज्ञ एक साथ आएंगे। इसमें अलग अलग सत्र आयोजित होंगे। सत्रों में अवलोकन संबंधी चुनौतियों, धूल भरी आंधी के अनुकरण, मरुस्थलीकरण के रुझान, टिकाऊ कृषि और पारिस्थितिकी तंत्र पर जलवायु संबंधी प्रभावों पर मंथन किया जाएगा।
दो दिन और बढ़ेगा पारा, राहत की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन-16 और 17 अप्रैल को तापमान और बढ़ेगा और पारा 46 डिग्री तक पहुंच सकता है। कई इलाकों में तीव्र हीटवेव और गर्म रातों की आशंका जताई जा रही है। शेखावाटी, जयपुर और भरतपुर संभाग में 42 से 44 डिग्री तापमान के साथ हीटवेव के हालात बन सकते हैं। उधर, उदयपुर और डूंगरपुर क्षेत्र में मंगलवार दोपहर के बाद मौसम में बदलाव देखा गया। शाम को कुछ इलाकों में बादल छाए और धूलभरी हवाएं चलीं। इसके बाद कुछ स्थानों पर हल्की बारिश भी दर्ज की गई।
बारिश लाएगा पश्चिमी विक्षोभ
मौसम विभाग ने बताया कि 17-18 अप्रैल को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभसक्रिय हो सकता है। इसके चलते पूर्वी राजस्थान के कुछ इलाकों में बादलों की आवाजाही, हल्की बारिश और हल्की से मध्यम आंधी की संभावना जताई गई है। इससे लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।
उफ ! भीषण गर्मी में लाइट कट और दोपहर में उजाला !
प्रदेश में तेजी से बढ़ रही गर्मी ने जनजीवन को पहले ही बेहाल कर रखा है, ऊपर से अब बिजली कटौती ने लोगों की परेशानी और बढ़ा दी है। एक ओर शहरवासी बिजली कटौती से जूझ रहे हैं, तो दूसरी ओर सरकारी लापरवाही भी सामने आ रही है। शहर के गणगौरी बाजार और एमआई रोड जैसे प्रमुख क्षेत्रों में दिन के उजाले में भी रोड लाइट्स जलती नजर आ रही हैं। इससे न केवल बिजली की बर्बादी हो रही है, बल्कि यह नगर निगम और संबंधित विभागों की उदासीनता को भी उजागर हो रही है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि जब बिजली की जरूरत होती है, तब तो कटौती हो रही है, और जब सूरज पूरी तरह चमक रहा होता है, तब रोड लाइट्स जल रही हैं।